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Showing posts from April, 2014

मोटापा --- खोने लगा है

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1. तनाव का विज्ञान----- -आज के जीवन में अगर कुछ है जो सबके साथ जुड़ गया है चाहे बिना चाहे वो है तनाव ...तनाव का अपना एक विज्ञान है . हम में से ज्यादातर लोग जीवन में जबरदस्ती तनाव को पाले होते हैं . वास्तव में लोग जिन वजहों से तनावग्रस्त होते हैं , वे महत्वपूर्ण नही होती हैं लेकिन इतनी अधिक प्रभावशाली होती हैं कि उनका हमारे दिमाग, मन एवं शरीर पर जबरदस्त असर होता है वास्तव में देखा जाये तो तनाव हमारे शरीर , दिमाग , संवेदनाओं और उर्जा को व्यवस्थित न कर पाने की अयोग्यता है. अतीत , वर्तमान और भविष्य का चक्र, अधूरे सपनों को पूरा करने की ख्वाहिश व जिन्दगी में संतुलन बनाये रखने की चाहना के वाजिब और सही जवाब को आने से रोकने वाली मानसिक स्थिति ही तनाव है  जीवन की भौतिक उपलब्धियों की प्राप्ति, व्यक्तिगत उपलब्धियों की प्राप्ति और इसके लिए परस्पर होड़ा होड़ी से उपजता है अंतर्द्वद जो जन्म देता है तनाव को . तनाव एक ऐसी स्थिति है जिससे बचा नही जा सकता है इसलिए जरुरी है इसका अपेक्षित प्रबंधन क्योकि तनाव मोटापे के मूल में रहता है . तनाव शरीर की ऐसी अवस्था जब व्यक्ति सोचते हुए थकने लग कर दिशाहीन हो जाता...

गन्ने के रस से है ढेरो फायदे

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गन्ने के रस में ढेरों मिनिरल्स और पोषक तत्व हैं जो शरीर को ऊर्जा देते हैं और रक्त संचार ठीक करते हैं जिससे त्वचा स्वस्थ रहती है। वहीं यह शरीर में पानी की कमी पूरा करता है जिससे त्वचा की नमी बरकरार रहती है।           गन्ने के रस में प्रोटीन अच्छी मात्रा में है। फेब्रा‌इल डिसॉडर यानी प्रोटीन की कमी से बार-बार बुखार से बचाव के लिहाज से गन्ने का रस काफी फायदेमंद है। इसमें नींबू और नारियल पानी मिलाकर पीने से किडनी में संक्रमण, युरीन इन्फेक्शन, एसटीडी और पत्थर जैसी समस्याओं में आराम मिल सकता है। गन्ने के रस में एंटीऑक्सीडेंट्स अच्छी मात्रा में हैं जो शरीर की प्रतिरोक्षी क्षमता को मजबूत करते हैं। यह लिवर से जुड़े संक्रमण और पीलिया के मरीजों के लिए भी इसलिए ही फायदेमंद माना जाता है।             गन्ने के रस में पोटैशियम अच्छी मात्रा में है जिस वजह से पाचन के लिए फायदेमंद माना जाता है। कांस्टिपेशन की दिक्कत में आराम के लिए इसका सेवन फायदेमंद माना जाता है। इसमें मिनिरल्स अधिक होते हैं इसलिए यह मुंह से संबंधित समस्या जैसे - दांतों म...

भगवान शिव ने भी मृत्यु के कुछ संकेत बताए

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आज हम आपको मृत्युपूर्व होने वाले कुछ ऐसे आभासों के बारे में जरूर बताने जा रहे हैं जिन्हें जानने के बाद आपको ये अंदाजा हो जाएगा कि किस व्यक्ति की मौत कितनी निकट है।  जैसे-जैसे समय बीतता जाता है वह व्यक्ति अपनी नाक को देख पाने में असमर्थ महसूस करता है जिसकी मौत उसके निकट होती है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि मृत्यु से कुछ समय पहले व्यक्ति की आंखें ऊपर की ओर मुड़ने लगती हैं।  मृत्यु से कुछ समय पहले व्यक्ति को आसमान के चांद में दरार या फिर वो खंडित नजर आने लगता है।  सामान्यतौर पर अगर हम अपने दोनों कानों को हाथ से बंद कर लेते हैं तो हमें कोई आवाज सुनाई देती है लेकिन जिस व्यक्ति की मौत नजदीक होती है उसे सिर्फ सन्नाटा महसूस होता है।  मृत्यु का समय नजदीक आने पर व्यक्ति की परछाई तक उसका साथ छोड़ देती है. यहां तक कि तेल, पानी में भी व्यक्ति को अपनी छाया नजर नहीं आती।  जब किसी व्यक्ति का समय पूरा हो जाता है तो उसे अपने मृत परिजनों के साथ होने का एहसास होता है।  मृत्यु से 2-3 दिन पहले व्यक्ति को किसी साये का अपने साथ होने जैसा एहसास होने लगता है।  मृत्यु स...

जमींदार और किसान की होशियार बेटी

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बहुत समय पहले की बात है , किसी गाँव में एक किसान रहता था।  उस किसान की एक बहुत ही सुन्दर बेटी थी . दुर्भाग्यवश , गाँव के जमींदार से उसने बहुत सारा धनउधार लिया हुआ था। जमीनदार बूढा और कुरूप था . किसान की सुंदर बेटी को देखकर उसने सोचा क्यूँ न कर्जे के बदले किसान के सामने उसकी बेटी से विवाह का प्रस्ताव रखा जाये जमींदार किसान के पास गया और उसने कहा - . तुम अपनी बेटी का विवाह मेरे साथ कर दो।  बदले में मैं तुम्हारा सारा कर्ज माफ़ कर दूंगा . जमींदार की बात सुन कर किसान और किसान की बेटी के होश उड़ गए।  तब जमींदार ने कहा - चलो गाँव की पंचायत के पास चलते हैं और जो निर्णय वे लेंगे उसे हम दोनों को ही मानना ​​होगा।  वो सब मिल कर पंचायत के पास गए और उन्हें सब कह सुनाया। उनकी बात सुन कर पंचायत ने थोडा सोच विचार किया और कहा - ये मामला बड़ा उलझा हुआ है अतः हम इसका फैसला किस्मत पर छोड़ते हैं . जमींदार सामने पड़े सफ़ेद और काले रोड़ों के ढेर से एक काला और एक सफ़ेद रोड़ा उठाकर एक थैले में रख देगा फिर लड़की बिना देखे उस थैले से एक रोड़ा उठाएगी , और उस आधार पर उसके पास तीन विकल्प होंगे : 1...