" इंसानियत "



निडर न तू था न मैं थी,

बस हिम्मत नही थी ....



कायर न तू था न मैं थी ,
बस होसला नही था....



गलत न तू था न मैं थी , 
बस राह गलत थी ....



शब्द तेरे पास थे मेरे पास थे ,
बस बोलने के लिए बोली नही थी ...

सच तुझे पता था सच मुझे पता था ,
बस ईमानदारी नही थी ....

कमजोर न तू था न मैं थी ,
बस आत्म परिचय नही था ....

वक़्त तेरे पास था मेरे पास था ,
बस इक्छा नही थी ...

भरोसा तेरे पास था मेरे पास था ,
बस उसपे विश्वास नही था ..

आखिर में 

इंसान तू था मैं भी थी 
बस " इंसानियत " न तुझमे बची थी न मुझमे ...!!!!

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