सिकन्दर ने नहीं महाराज पुरु ने सिकन्दर को हराया था ~~
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[ झेलम और चेनाब नदियों के बीच "महाराज पुरु" का राज्य था | सिकन्दर के साथ हुई मुठभेड़ में पुरु परास्त हुआ किन्तु सिकन्दर ने उसका प्रदेश उसे लौटा दिया झा एंड श्रीमाली, पृष्ठ १७१] जो वाक्य आपने ऊपर पढ़ा वो सिविल सेवा की तैयारी के दौरान दुर्भाग्यवश "झा एंड श्रीमाली" जैसे नीच और मुर्ख वामपंथी इतिहासकारों द्वारा लिखित मानक इतिहास है जो हमें बार-बार पढ़ना पढ़ा | व्यक्तिगत तौर पे कहूँ, तो पता नहीं ये कौन से "झा" हैं,, जिन्होंने हम लोगों का नाम खराब किया है | अपनी शौर्य और वीरता के लिए जगत प्रसिद्द "महान राजा पुरु" का इतिहास, सिकन्दर भगौड़े का गुणगान करते हुए महज उपर्युक्त दो वाक्यों में सिमटा दिया गया है,, और हर बार मैं उसके ("झा एंड श्रीमाली") इन दो वाक्यों के पास अपनी पेन्सिल और कलम तोड़ कर भड़ास निकालने को बाध्य होती हूँ | क्योंकि हर बार मुझे ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के इतिहासकार "रोबिन लेन फोक्स" के द्वारा सिकन्दर पर लिखित इतिहास की पुस्तक “अलेक्जेंडर द ग्रेट” पर आधारित २००४ में बनी ओलिवर स्टोन की फिल्म “अलेक्जेंडर” मुझे याद आ ज...